भारतीय क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स और नियामकीय अनिश्चितता
- Anubhav Somani
- Aug 26
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नई दिल्ली: भारत में क्रिप्टो फ्यूचर ट्रेडिंग (वायदा कारोबार) बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है। ज़ेरोधा के सीईओ नितिन कामथ ने इस पर हैरानी जताते हुए कहा है कि यह सेक्टर नियमों की स्पष्टता न होने (नियामकीय ग्रे ज़ोन), कम टैक्स और बहुत ज़्यादा लिवरेज (कम पैसे में बड़ा सौदा करने की सुविधा) के कारण फल-फूल रहा है। ट्रेडर्स को क्रिप्टो फ्यूचर में ज़्यादा मुनाफा कमाने और स्पॉट ट्रेडिंग पर लगने वाले भारी टैक्स से बचने का मौका मिल रहा है, जिससे इसका वॉल्यूम स्पॉट ट्रेडिंग से भी कई गुना ज़्यादा हो गया है।
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